Indicators on shiv chalisa in hindi lyrics You Should Know
Indicators on shiv chalisa in hindi lyrics You Should Know
Blog Article
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
आपने सदा निर्धन को धन दिया है, जिसने जैसा फल चाहा, आपकी भक्ति से वैसा फल प्राप्त किया है। हम आपकी स्तुति, आपकी प्रार्थना किस विधि से करें अर्थात हम अज्ञानी है प्रभु, अगर आपकी पूजा करने में कोई चूक हुई हो तो हे स्वामी, हमें क्षमा कर देना।
अर्थ- पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो उसकी इच्छा को भी भगवान शिव का प्रसाद निश्चित रुप से मिलता है।
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
शिव आरती
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे । सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल। दीनन के दुख click here दूर करि...
आपन तेज सम्हारो आपै। तीनों लोक हांक तें कांपै।।